लघू उत्तरीय- NCERT Class 12 History Subjective Solution Part-3 Notes | 12th History Subjective Short Question

लघू उत्तरीय- NCERT Class 12 History Subjective Solution Part-3 Notes | 12th History Subjective Short Question – यहाँ हम कक्षा 12 के इतिहास के सभी लघु उत्तरीय प्रश्न को हल करेंगे यहाँ हमने इसे पुरे इतिहास किताब को आठ भागो में बंटा है  इस chapter में हम Part-3 के बारे में जानेगे जो बहुत ही महत्वपूर्ण है। अगर आपने पिछला पार्ट या अगला पार्ट पढना चाहते है तो आप निचे दिए गये लिंक से पढ़ सकते है।

Class 12th History subjective Solution

अगर आप 12 class में है और आप history को अछि तरह से पढना चाहते है तो आप सही जगह आये है हमने यहाँ पुरे किताब के सभी के हल को यहाँ बताया है आप इसे ध्याय पूर्वक से पढ़ें। Class 12th History subjective,

Bihar Board Class 12 History Subjective Solution Part-3 Notes | 12th Short Question

कक्षा- 12 इतिहास लघू-उत्तरीय भाग-3 | NCERT Class 12 History Subjective

प्रश्न 33. मौर्य प्रशासन के बारे में लिखें?

उत्तर– मौर्य प्रशासन चार भागों में बांटा था।

  1.  केंद्रीय प्रशासन
  2.  प्रांतीय प्रशासन
  3.  नगर प्रशासन
  4.  गांव का प्रशासन

 केंद्रीय प्रशासन में पूरे साम्राज्य का प्रधान राजा होता था। प्रांत के प्रशासन राज्य स्तर पर होता था। नगर का प्रशासन नगर स्तर पर होता था। तथा गांव का प्रशासन गांव स्तर पर होता था।


प्रश्न 34. अशोक के धम्म के बारे में लिखें?

उत्तर– अशोक के धम्म  मनुष्य का व्यवहार आचरण और शिष्टाचार को कहा जाता है। मनुष्य की नैतिक बातें अशोक के धम्म  की तरह आता था जैसे :- बड़ों का आदर करना, छोटे से प्यार करना, माता-पिता का सम्मान करना। अशोक जॉब कलिंग युद्ध को जीत लिया तो इसी धम्म  की तरह उन्होंने नैतिक विचार का प्रचार प्रसार करने लगे।


प्रश्न 35. मौर्यकालीन की विशेषता बताएं?

उत्तर– मौर्यकालीन के निम्नलिखित विशेषताएं थी:-

  1.  मौर्य काल में जो स्मारक या स्तूप को बनाए गए थे उस पर जो लेप लगाए गए थे उस लेप को आज भी देखा जा सकता है।
  2.  मौर्य काल के कई उदाहरण चाहे वह भवन हो या मूर्तियां आज भी कई जगह देखा जा सकता है।
  3.  उस समय जो भी स्तंभ या मूर्तियां बनाई गई थी सब के सब पत्थर के बने होते थे।

प्रश्न 36. त्रिपिटक क्या है ?

उत्तर– त्रिपिटक बौद्ध धर्म से संबंधित है। त्रिपिटक तीन होते हैं।

  1.  सुत्त पिटक
  2.  वीनय पिटक
  3.  अभी धम्य पिटक

इन्हीं तीनों को बौद्ध धर्म में त्रिपिटक के नाम से जानते हैं। इस पिटक का निर्माण महात्मा बुध ने किया था। सूतक में बौद्ध धर्म के नियम का वर्णन है। अभी धम्य पीटक में बौद्ध धर्म के दर्शन हैं। तथा वीनय पिटक में बौद्ध धर्म के नैतिक बातें शामिल हैं। 


प्रश्न 37.  पुरातत्व क्या है?

उत्तर– इतिहास में पुरातत्व का महत्वपूर्ण स्थान होता है। इसी के आधार पर कोई भी इतिहासकार पुराने जमाने के बारे में किसी चीज की जानकारी प्राप्त करता है। इतिहासकार पुरातत्व के माध्यम से किसी वस्तु के बारे में यह पता लगा लेते हैं कि आखिर यह वस्तु कितनी पुरानी है। 


प्रश्न 38. C-14 पद्धति क्या है?

उत्तर– किसी भी वस्तु की तिथि निर्धारण के वैज्ञानिक तरीका को C-14  पद्धति कहते हैं। इसकी खोज अमेरिका के रसायन शास्त्र प्रोफ़ेसर लेखी ने 1948 ई० में किया था। इस पद्धति से किसी वस्तु के जीवन का पता चलता है।


प्रश्न 39.  प्राचीन भारत में वर्ण व्यवस्था पर प्रकाश डालें?

 उत्तर– प्राचीन भारत के समाज मुख्यता चार भागों में बांटा था:-

  1.  ब्राह्मण शिक्षा  वृद्ध
  2.  छत्रिय( देश की रक्षा करने वाला)
  3.   वैश्य( बिजनेस व्यापार करने वाला)
  4.   क्षुत्र  ( नौकरी-चाकरी करने वाला )

समाज के इन चारों वर्गों में कर्म को सबसे ऊंचा माना गया है। जैसे:- ब्राह्मण तो पूजा पाठ कराने का अधिकार दिया गया। इसलिए समाज में उनका स्थान उच्चा रखा गया।


प्रश्न 40.  धर्मचक्र प्रवर्तन किसे कहते हैं?

उत्तर– महात्मा बुध के द्वारा लोगों के दिए गए उपदेश को बौद्ध धर्म में धर्म चक्र परिवर्तन भरते हैं। महात्मा बुध सबसे पहले पांच ब्राह्मणों को वाराणसी के निकट सारनाथ में उपदेश दिए और इसी उपदेश के बाद महात्मा बुद्ध पूरे दुनिया में अपने धर्म के प्रचार प्रसार करने लगे।


प्रश्न 41.बौद्ध संगीतिया क्यों बुलाई गई?

उत्तर– महात्मा बुद्ध के समय में बौद्ध धर्म है फैले बुराइयों को दूर करने के लिए बौद्ध संगीतिया बुलाई गई थी। साथ ही बौद्ध धर्म के और अधिक प्रचार प्रसार के लिए अनेक तरह के सभा का आयोजन किया गया था। इसी को बौद्ध धर्म संगीतिया कहा जाता है। राजगीर में 1883 ई० में पहला बौद्ध संगीति मनाई गई थी।


प्रश्न 42. चैत्य एवं विहार क्या है ?

उत्तर– पुराने जमाने में जब लोग मर जाते थे तो उस आदमी के शरीर को जहां पर जलाया जाता था उसके ऊपर एक मकबरा या किला बना दिया जाता था। उसी को चैत्य कहा जाता था।

बौद्ध धर्म के मानने वाले जो बौद्ध भिक्षु होते थे और वह बौद्ध भिक्षु जहां पर रहते थे उस स्थान को विहार कहा जाता था। इसीलिए तो विहार के नाम से हमारे प्रदेश का नाम भी हार पड़ा।


प्रश्न 43. भारत आने वाले 2 विदेशी यात्री एवं उसके यात्रा वृतांत का वर्णन करें?

उत्तर– भारत आने वाले 2 विदेशी यात्रियों के नाम निम्नलिखित है:-

1.  मेगास्थनीज:- सेल्यूकस के राज्य दूत के रूप में मौर्य साम्राज्य के राजा चंद्रगुप्त मौर्य के दरबार में भारत आया था। इंडिका नामक पुस्तक इन्होंने ही लिखा था, वे एक इतिहासकार और विद्वान थे ।

2.हेयांग सांग:– हेयांग सांग एक चीन का यात्री था। जो वर्धन वंश के राजा हर्षवर्धन के समय में भारत आया था। इन्होंने अपनी पुस्तक सी – यू – कि  में  भारत के यात्रा वृत्तांत को लिखा था।


प्रश्न 44. मुगलकालीन चित्रकला की विशेषता बताएं?

 उत्तर– मुगलकालीन चित्रकला की निम्नलिखित विशेषताएं थी:-

  • उस समय राजा के दरबार में शिकार करने के चित्र बने होते थे। उस चित्र में फिरोजी रंग का इस्तेमाल किया जाता था
  •  मुगल काल के जितने भी चित्र होते थे सभी चित्रों में ईरानी शैली का प्रभाव होता था।
  •  मुगल काल के चित्रों में मनुष्य एवं जानवरों के चित्र विशेष रूप से बनाए जाते थे।

प्रश्न 45. मुगल काल में निर्मित चार स्थापत्य कला कृतियों का वर्णन है?

उत्तर– मुगल काल में निर्मित प्रमुख स्थापत्य कला कृतियों के नाम निम्नलिखित हैं।

  • ताजमहल- शाहजहां
  •  हुमायूं का मकबरा-
  •  बुलंद दरवाजा- अकबर
  •  बीवी का मकबरा-

प्रश्न 46. मुगल दरबार में अभिवादन के कौन-कौन से तरीके थे?

उत्तर– मुगल दरबार में अभिवादन के कई तरीके थे। यह तरीका व्यक्ति के व्यक्तित्व पर निर्भर करता है जैसे- जिस व्यक्ति के सामने ज्यादा झुककर अभिवादन किया जाता था, उस व्यक्ति के हैसियत ज्यादा मानी जाती थी। अभिवादन का एक तरीका सिजदा और पबोस भी था , जिसमें व्यक्ति जमीन पर पेट के बल लेट जाता था और अपना सिर राजा के पैर पर रख देता था जिसको 4 तस्लीम (जमीन चूमना) भी कहा जाता था।


प्रश्न 47. मुगलकालीन पांडुलिपियों का वर्णन करें?

उत्तर मुगल काल में जितने भी पुस्तकें लिखी गई थी सभी के सभी हाथों से लिखी गई थी और वह हाथ से लिखी गई थी पुस्तक आज भी पटना के सिन्हा लाइब्रेरी( पुस्तकालय) मैं देखा जा सकता है। इसी हाथ से लिखी गई पुस्तकों को पांडुलिपिया कहते हैं।


प्रश्न 48. मुगलकालीन कृषि की सिंचाई व्यवस्था बताएं?

उत्तर– मुगल काल में कृषि के लिए लोग मुख्य रूप से वर्षा पर निर्भर करते थे। अगर बारिश नहीं  होती थी तो खेती सूखता नहीं था वरन कुआँ तथा तालाबों तथा नहरों के पानी से खेती की सिंचाई कर लेते थे।


प्रश्न 49. दीन – ए – इलाही  धर्म क्या है ?

उत्तर– 1582 ई० में अकबर ने दीन – ए – इलाही धर्म को चलाया था। किस धर्म के तहत सभी धर्मों को एक समान दृष्टि से देखा गया। धर्म-धर्म के बीच कोई अंतर नहीं माना गया। अकबर मुस्लिम होते हुए भी हिंदू धर्म को उतना ही आदर करते थे जितना कि इस्लाम धर्म को। अकबर को दीन – ए – इलाही धर्म चलाने के कारण ही एक महान राष्ट्रीय शासक कहा गया।


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हमने आज Bihar board class 12 history subjective solutionके बरे में जाना हम यहाँ 12th कक्षा के सभी subjective और objective solution को जानेंगे.

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