यहाँ हम बिहार बोर्ड कक्षा 10 पाठ-1 भारत : संसाधन एवं उपयोग खण्ड (ड०) शक्ति (उर्जा) संसाधन Notes pdf और इसमें हम जानेगे objective और subjective हल के बारे में, BSEB class 10th geography chapter 1 शक्ति उर्जा संसाधन solution notes, शक्ति उर्जा संसाधन प्रश्नउत्तर , शक्ति उर्जा संसाधन objective question answer, Shakti Urja Sansadhan
Bihar Board class 10 Geography अध्याय 1 भारत : संसाधन एवं उपयोग खण्ड (ड०) शक्ति (उर्जा) संसाधन solution Notes pdf
Objective solution Notes :-
प्रश्न 1.शक्ति संसाधन का वर्गीकरण करें.
उत्तर– शक्ति संसाधन का वर्गीकरण के विविध आधार हो सकते हैं.
(1). उपयोग स्तर के आधार पर:-
शक्ति के दो प्रकार हैं:-
- सतत शक्ति:- सौर किरणें, भूमिगत ऊष्मा, पवन प्रवाहित जल आदि सतत शक्ति का स्रोत है.
- समापनीय शक्ति:- कोयला, पेट्रोलियम प्राकृतिक गैस क्यों विखंडनीय तत्व समापनीय शक्ति का स्रोत है.
(1). उपयोगिता के आधार पर:-
ऊर्जा को दो भागों में विभक्त किया गया है:-
- प्राथमिक उर्जा:-जैसे- कोयला, पेट्रोलियम प्राकृतिक गैस तथा रेडियोधर्मी खनिज आदि.
- गौण उर्जा:-जैसे– विधुत क्योंकि यह प्राथमिक ऊर्जा से प्राप्त किया जाता है.
(2). स्रोत की स्थिति के आधार पर:-
दो भागों में वर्गीकृत किया जाता है.
- क्षयशील संसाधन:- जैसे- कोयला, पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस तथा आणविक खनिज आदि.
- अक्षयशील संसाधन:- प्रवाही जल, पवन, लहरें, सौर शक्ति आदि
(3).संरचनात्मक गुण के आधार पर:-
- जैविक ऊर्जा स्रोत:- मानव एवं प्राणी शक्ति
- अजैविक ऊर्जा स्रोत:- जल शक्ति, पवन शक्ति, सौर शक्ति, इंधन शक्ति
(4). समय के आधार पर:-
- पारंपारिक:- कोयला, पेट्रोलियम तथा प्राकृतिक गैस
- गैर पारंपरिक:-सूर्य, कौन, ज्वारीय शक्ति,भूतापीय शक्ति, तथा जैव शक्ति
प्रश्न 2. जीवाश्म ईंधन के उदाहरण दें .
उत्तर– कोयला, पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस
प्रश्न 3. कोयले का वर्गीकरण कर वर्णन करें.
उत्तर– कार्बन की मात्रा के आधार पर कोयले को 4 वर्गों में रखा जाता है:-
- ऐथ्रासाईट(Anthracite) :- यह सर्वोच्च कोटि का कोयला है जिसमें कार्बन की मात्रा 90% से अधिक होती है यह जलने पर धुँआ नहीं देती है. तथा देर तक अत्यधिक ऊष्मा देता है. इससे कोकिंग कोयला कहा जाता है. ये धातु गलाने में काम आता है.
- बिटुमिनस(Bituminus):- यह 70-90 प्रतिशत कार्बन की मात्रा धारण किए हुए रहता है, तथा इससे परिष्कृत कर कोकिंग कोयला बनाया जा सकता है. भारत का अधिकतर कोयला इस श्रेणी का है.
- लिग्नाइट(Lignite):- या निम्न कोटि का कोयला माना जाता है जिसमें कार्बन की मात्रा 30 से 70% होता है. यह कम उष्मा तथा अधिक धुँआ देता है. इसे भूरा-कोयला भी कहते हैं.
- पीट(Peat):- इस में कार्बन की मात्रा 30% से भी कम पाया जाता है. यह पूर्व के दलदलीय भागो में पाया जाता है.
प्रश्न 4.सर्वोच्च कोटि का कोयला किसको कहा जाता है ?
उत्तर– ऐथ्रासाईट(Anthracite)
प्रश्न 5. समान कोटि का कोयला किसको कहा जाता है?
उत्तर– बिटुमिनस
प्रश्न 6. निम्न कोटि का कोयला किसको कहा जाता है ?
उत्तर– लिग्नाइट(Lignite)
प्रश्न 7. कोकिंग कोयला किसको कहते हैं ?
उत्तर– ऐथ्रासाईट(Anthracite)
प्रश्न 8. भूरा कोयला कौन है?
उत्तर– लिग्नाइट(Lignite)
प्रश्न 9. भारत में मुख्यता किस कोटि का कोयला मिलता है?
उत्तर- बिटुमिनस(Bituminus)
प्रश्न 10. कौन कोयला जलने पर धुँआ नहीं देता है?
उत्तर– ऐथ्रासाईट(Anthracite)
>>दुनिया की सबसे लम्बी नदी कौन सी है?
>>दुनिया की सबसे ठंडी जगह कौन सी हैं?
वस्तुनिष्ठ प्रश्न :-
प्रश्न 1. किस राज्य में खनिज तेल का विशाल भंडार स्थित है?
(क)असम
(ख) राजस्थान
(ग) बिहार
(घ) तमिलनाडु
उत्तर- (क)असम
प्रश्न 2. भारत के किस स्थान पर पहला परमाणु ऊर्जा केन्द्र स्थापित किया गया था.
(क) कलपक्कम
(ख) नरोरा
(ग) राणाप्रताप सागर
(घ) तारापुर
उत्तर- (घ) तारापुर
प्रश्न 3. कौन सा ऊर्जा स्रोत अनवीकरणीय है?
(क) जल
(ख) सौर
(ग) कोयला
(घ) पवन
उत्तर– (ग) कोयला
प्रश्न 4. प्राथमिक ऊर्जा का उदाहरण नहीं है +
(क) कोयला
(ख) विधुत
(ग) पेट्रोलियम
(घ) प्राकृतिक गैस
उत्तर– (ख) विधुत
प्रश्न 5. ऊर्जा का गैर-पारम्परिक स्रोत है।
(क) कोयला
(ख) विद्युत
(ग) पेट्रोलियम
(घ) सौर-ऊर्जा
उत्तर– (घ) सौर-ऊर्जा
प्रश्न 6. गोण्डवाना समूह के कोयले का निर्माण हुआ था।
(क) 20 करोड़ वर्ष पूर्व
(ख) 20 लाख वर्ष पूर्व
(ग) 20 हजार वर्ष पूर्व
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर– (क) 20 करोड़ वर्ष पूर्व
प्रश्न 7. भारत में कोयले का सर्वप्रमुख उत्पादक राज्य है :
(क) पश्चिम बंगाल
(ख) झारखण्ड
(ग) उड़ीसा
(घ) छतीसगढ़
उत्तर– (ख) झारखण्ड
प्रश्न 8. सर्वोत्तम कोयले का प्रकार कौन-सा है?
(क) एन्थ्रासाइट
(ख) पीट
(ग) लिग्नाइट
(घ) बिटुमिनस
उत्तर– (क) एन्थ्रासाइट
प्रश्न 9. मुम्बई हाई क्यों प्रसिद्ध है?
(क) कोयले के निर्यात हेतु
(ख) तेल शोधक कारखाना हेतु
(ग) खनिज तेल हेतु
(घ) परमाणु शक्ति हेतु
उत्तर– (ग) खनिज तेल हेतु
प्रश्न 10. भारत का प्रथम तेल शोधक कारखाना कहाँ स्थित है?
(क) मथुरा
(ख) बरौनी
(ग) डिगबोई
(घ) गुवाहाटी
उत्तर- (ग) डिगबोई
प्रश्न 11. प्राकृतिक गैस किस खनिज के साथ पाया जाता है?
(क) यूरेनियम
(ख) पेट्रोलियम
(ग) चूना पत्थर
(घ) कोयला
उत्तर- (ख) पेट्रोलियम
प्रश्न 12. भाखड़ा नंगल परियोजना किस नदी पर अवस्थित है?
(क) नर्मदा
(ख) झेलम
(ग) सतलज
(घ) व्यास
उत्तर– (ग) सतलज
प्रश्न 13. दक्षिण भारत की सबसे बड़ी नदी घाटी परियोजना है।
(क) तुंगभद्रा
(ख) शारवती
(ग) चंबल
(घ) हिराकुंड
उत्तर– (क) तुंगभद्रा
प्रश्न 14. ताप विद्युत केन्द्र का उदाहरण है:
(क) गया
(ख) बरौनी
(ग) समस्तीपुर
(घ) कटिहार
उत्तर– (ख) बरौनी
प्रश्न 15. यूरेनियम का प्रमुख उत्पादक स्थल है:
(क) डिगबोई
(ख) झरिया
(ग) घाटशीला
(घ) जादूगोड़ा
उत्तर– (ख) झरिया
प्रश्न 16. एशिया का सबसे बड़ा परमाणु विधुत गृह है ;
(क) तारापुर
(ख) कलपक्कम
(ग) नरौरा
(घ) कैगा
उत्तर– (क) तारापुर
17. भारत के किस राज्य में सौर-ऊर्जा के विकास की सर्वाधिक संभावनाएं है?
(क) असम
(ख) अरूणाचल प्रदेश
(ग) राजस्थान
(घ) मेघालय
उत्तर– (ग) राजस्थान
18. ज्वारीय एवं तरंग ऊर्जा उत्पादन हेतु भारत के अधिक अनुकूल परिस्थितियों कहाँ पाई। जाती है?
(क) मन्नार की खाड़ी में
(ख) खम्भात की खाड़ी में
(ग) गंगा नदी में
(घ) कोसी नदी में
उत्तर– (ख) खम्भात की खाड़ी में
Class 10 Hindi वर्णिका Chapter 1 दही वाली मंगम्मा Solution Notes
Class 10 कव्यखंड Hindi Chapter 1 राम बिनु बिरथे जगी जनमा, जो नर दुख में दुख नहिं मानै
लघु उत्तरीय प्रश्न:-
प्रश्न 1. पारम्परिक एवं गैर-पारम्परिक ऊर्जा स्रोतों के तीन-तीन उदाहरण लिखिये।
उत्तर– पारंपरिक ऊर्जा:- कोयला, पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस
गैर पारंपरिक ऊर्जा:-
प्रश्न 2. गोंडवाना समूह के कोयला क्षेत्रों का नाम लिखिये.
उत्तर- गोंडवाना कोयला क्षेत्र मुख्यतः चार नदी घाटियों में पाए जाते हैं:-
- दामोदर घाटी
- सोन घाटी
- महानदी घाटी
- वाधा गोदावरी घाटी
प्रश्न 3.झारखंड राज्य के मुख्य कोयला उत्पादक क्षेत्रों का नाम अंकित कीजिए.
उत्तर– झरिया, बोकारो, गिरिडीह, कर्णपुरा, रामगढ़ इस राज्य के प्रमुख उत्पादक क्षेत्र है.
प्रश्न 4. कोयले के विभिन्न प्रकारों के नाम लिखिए.
उत्तर– कोयले के विभिन्न प्रकार निम्नलिखित हैं:-
- ऐथ्रासाईट(Anthracite)
- बिटुमिनस(Bituminus)
- इट(Lignite)
- पिट(peat)
प्रश्न 5. पेट्रोलियम से किन किन वस्तुओं का निर्माण होता है?
उत्तर- पेट्रोलियम से गैसोलीन, डीजल, केरोसिन तेल, स्नेहक, कीटनाशक दवाई, पेट्रोल, साबुन, कृत्रिम रेशा, प्लास्टिक आदि बनाए जाते हैं.
प्रश्न 6. सागर सम्राट क्या है?
उत्तर– मुंबई से 176 KM की दूर उत्तर-पश्चिम दिशा में अरब सागर में मुंबई हाई तेल क्षेत्र है. यहां से तेल निकालने के लिए जलियान के रूप में एक मंच बनाया गया जिससे सागर सम्राट कहा जाता है.
प्रश्न 7. किन्ही चार तेल शोधक कारखाने का स्थाननिदिर्ष्ट कीजिये.
उत्तर– चार तेल शोधक कारखाने निम्नलिखित हैं:-
- डिगबोई
- तारापुर
- बरौनी
- हल्दिया
प्रश्न 8. जल विधुत के कौन-कौन से मुख्य कारक हैं?
उत्तर– जल विद्युत उत्पादन के लिए सदा वाहिनी नदी में प्रचुर जल की राशि, नदी मार्ग में ढाल, जल का तीव्र वेग प्राकृतिक जलप्रपात का अनुकूल दशाएं हैं. जो पर्वतीय एवं हिमानीकृत क्षेत्रों में पाया जाता है.
प्रश्न 9. नदी घाटी परियोजनाओं को बहुउद्देशीय क्यों कहा जाता है?
उत्तर– नदी पर बनाई जाने वाली परियोजनाओं से एक साथ अनेक लाभ की प्राप्ति होती है इसलिए इन परियोजनाओं को बहुउद्देशीय या बहूकोशी या बहुधंधी परियोजना कहते हैं.
प्रश्न 10. निम्नलिखित नदी घाटी परियोजना किन किन राज्यों में अवस्थित है?
उत्तर–
नदी घटी | राज्य |
---|---|
हीराकुंड | उड़ीसा |
तुंगभद्रा | आंध्र प्रदेश |
रिहंद | उत्तर प्रदेश |
प्रश्न 11. ताप शक्ति क्यों समाप्य संसाधन है?
उत्तर– शक्ति संयंत्रों में तापीय विधुत का उत्पादन करने के लिए कोयला, पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस का उपयोग होता है. इसे जीवाश्म ईंधन भी कहते हैं तथा इसे समाप्य संसाधन भी कहते हैं.
प्रश्न 12. परमाणु शक्ति किन-किन खनिजों से प्राप्त होता है?
उत्तर– जब उच्च अणु भार वाले परमाणु विखंडित होते हैं तो ऊर्जा का उत्सर्जन होता है. इलमेनाइट, वैनेडियम, एंटी मनी, ग्रेफाइट, यूरेनियम, मोनाजाइट आदि आण्विक खनिज है.
प्रश्न 13.मोनाजाइट भारत में कहां-कहां उपलब्ध है?
उत्तर– मोनाजाइट भारत के केरल राज्य में मोनाजाइट रेत में मिलती है. प्लीज मोनाजाइट रेत में थोरियम की मात्रा पाई जाती है.
प्रश्न 14. सौर्य ऊर्जा का उत्पादन कैसे होता है?
उत्तर– जब फोटो वोल्टाइक सेलो में विशिष्ट सूर्य की किरणों को ऊर्जा में परिवर्तित किया जाता है, तो सौर्य ऊर्जा का उत्पादन होता है. यह कम लागत वाला पर्यावरण के अनुकूल तथा निर्माण में आसान होने के कारण अन्य ऊर्जा के स्रोतों के अपेक्षा ज्यादा लाभदायक हैं.
प्रश्न 15. भारत के किन किन क्षेत्रों में पवन ऊर्जा के लिए अनुकूल परिस्थितियां हैं?
उत्तर– भारत को अब विश्व में पवन महाशक्ति का दर्जा प्राप्त है. भारत में पवन ऊर्जा की सबसे बड़ी पीटी तमिलनाडु मैं नागर कोइल से मदुरई तक फैली है. इसके अतिरिक्त आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, गुजरात, केरल, महाराष्ट्र तथा लक्षदीप में भी महत्वपूर्ण पवन ऊर्जा कार्य है. नागरकोइल और जैसलमेर देश में पवन ऊर्जा के प्रभावी प्रयोग के लिए विख्यात है.
>>प्रथम विश्वयुद्ध से जुडी महत्वपूर्ण तथ्य
>>जर्मनी का एकीकरण से जुडी तथ्य
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न :- 10th class Geography
प्रश्न 1. शक्ति संसाधन का वर्गीकरण विभिन्न आधारों के अनुसार, सोदाहरण, स्पष्ट कीजिये?
उत्तर– शक्ति संसाधन का वर्गीकरण के विविध आधार हो सकते हैं.
(1). उपयोग स्तर के आधार पर:-
शक्ति के दो प्रकार हैं:-
- सतत शक्ति:- सौर किरणें, भूमिगत ऊष्मा, पवन प्रवाहित जल आदि सतत शक्ति का स्रोत है.
- समापनीय शक्ति:- कोयला, पेट्रोलियम प्राकृतिक गैस क्यों विखंडनीय तत्व समापनीय शक्ति का स्रोत है.
(1). उपयोगिता के आधार पर:-
ऊर्जा को दो भागों में विभक्त किया गया है:-
- प्राथमिक उर्जा:-जैसे- कोयला, पेट्रोलियम प्राकृतिक गैस तथा रेडियोधर्मी खनिज आदि.
- गौण उर्जा:-जैसे– विधुत क्योंकि यह प्राथमिक ऊर्जा से प्राप्त किया जाता है.
(2). स्रोत की स्थिति के आधार पर:-
दो भागों में वर्गीकृत किया जाता है.
- क्षयशील संसाधन:- जैसे- कोयला, पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस तथा आणविक खनिज आदि.
- अक्षयशील संसाधन:- प्रवाही जल, पवन, लहरें, सौर शक्ति आदि
(3).संरचनात्मक गुण के आधार पर:-
- जैविक ऊर्जा स्रोत:- मानव एवं प्राणी शक्ति
- अजैविक ऊर्जा स्रोत:- जल शक्ति, पवन शक्ति, सौर शक्ति, इंधन शक्ति
(4). समय के आधार पर:-
- पारंपारिक:- कोयला, पेट्रोलियम तथा प्राकृतिक गैस
- गैर पारंपरिक:-सूर्य, कौन, ज्वारीय शक्ति,भूतापीय शक्ति, तथा जैव शक्ति
प्रश्न 2. भारत में पारम्परिक शक्ति के विभिन्न स्रोतों का विवरण प्रस्तुत कीजिये?
उत्तर-भारत में पारंपरिक शक्ति के विभिन्न स्रोत नियम है:-
(i). कोयला:- कोयला शक्ति और ऊर्जा का महत्वपूर्ण स्रोत है. जनवरी 2008 तक भारत में 1200 मीटर की गहराई तक पाए जाने वाले कोयले का कुल अनुमानित भंडार 26,454 करोड़ टनआँका गया.
(ii). पेट्रोलियम:- पेट्रोलियम शक्ति के समस्त साधनो में सर्वाधिक महत्वपूर्ण एवं व्यापक रूप से उपयोग संसाधन है. आधुनिक युग में कोई भी राष्ट्र इसके बिना अपने अस्तित्व को कायम नहीं रख सकता. पेट्रोलियम शक्ति के स्रोत के साथ-साथ अनेक उद्योगों का कच्चा माल भी है.
(iii) प्राकृतिक गैस:- प्राकृतिक गैस हमारे पर्यावरण जीवन में बड़ी तेजी से एक महत्वपूर्ण इंधन बनाता रहा है. इसका उपयोग विभिन्न उद्योगों में मशीनों में विधुत उत्पादन में, खाना पकाने में तथा मोटर गाड़ी चलाने में किया जा रहा है. भारत में प्राकृतिक गैस की संचित राशि 700 अरब घन मीटर है.
प्रश्न 3. गोंडवाना काल के कोयले का भारत में वितरण पर प्रकाश डालिये .
उत्तर– गोंडवाना समूह में भारत के 96% कोयले का भंडार है. तथा कुल उत्पादन का 99% भाग प्राप्त होता है. यहां के कोयले का निर्माण लगभग 20 करोड़ों वर्ष पूर्व हुआ था गोंडवाना कोयला क्षेत्र मुख्यतः 4 नदी घाटियों में पाए जाते हैं:- दामोदर घाटी, सोन घाटी, महानदी घाटी तथा वर्धा गोदावरी घाटी गोंडवाना समूह के बाद टर्शीचरी समूह के कोयले का निर्माण हुआ. यह 5.5 वर्ष पुराना है.टर्शीचरी कोयला मुख्यतः असम, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय और नागालैंड में पाया जाता है.
प्रश्न 4. कोयले का वर्गीकरण कर उनकी विशेषताओं को स्पष्ट कीजिये?
उत्तर– कार्बन की मात्रा के आधार पर कोयले को 4 वर्गों में रखा जाता है:-
- ऐथ्रासाईट(Anthracite) :- यह सर्वोच्च कोटि का कोयला है जिसमें कार्बन की मात्रा 90% से अधिक होती है यह जलने पर धुँआ नहीं देती है. तथा देर तक अत्यधिक ऊष्मा देता है. इससे कोकिंग कोयला कहा जाता है. ये धातु गलाने में काम आता है.
- बिटुमिनस(Bituminus):- यह 70-90 प्रतिशत कार्बन की मात्रा धारण किए हुए रहता है, तथा इससे परिष्कृत कर कोकिंग कोयला बनाया जा सकता है. भारत का अधिकतर कोयला इस श्रेणी का है.
- लिग्नाइट(Lignite):- या निम्न कोटि का कोयला माना जाता है जिसमें कार्बन की मात्रा 30 से 70% होता है. यह कम उष्मा तथा अधिक धुँआ देता है. इसे भूरा-कोयला भी कहते हैं.
- पीट(Peat):- इस में कार्बन की मात्रा 30% से भी कम पाया जाता है. यह पूर्व के दलदलीय भागो में पाया जाता है.
प्रश्न 5. भारत में खनिज तेल के विवरण का वर्णन कीजिये?
उत्तर– भारत में मुख्यतः पांच तेल उत्पादक क्षेत्र है:-
(i). उत्तरी-पूर्वी प्रदेश:- यह देश का सबसे पुराना तेल उत्पादक क्षेत्र है, जहां अट्ठारह सौ 66 ईo मैं तेल के लिए खुदाई शुरू की गई थी लगभग एक शताब्दी तक भारत का एकमात्र तेल उत्पादक क्षेत्र था.
(ii) गुजरात क्षेत्र:- या क्षेत्र खंभात के बेसिन तथा गुजरात के मैदान में विस्तृत है. यहां पहली बार 1958 में तेल का पता चला था. इसके मुख्य उत्पादक अंकलेश्वर कलोल, नवगांव, कोसांबा, मेहसाना आदि है.
(iii) मुंबई हाई तेल क्षेत्र:-यह क्षेत्र मुंबई तट से 176 किलोमीटर दूर उत्तर पश्चिम दिशा में अरब सागर में स्थित है. यहाँ उन्हें 1975 में तेल खोजने का कार्य शुरू हुआ था यहां 80 करोड़ टन तेल का भंडार के अनुमान है.
(iv). पूर्वी तट प्रदेश:- यह कृष्ण गोदावरी और कावेरी नदियों के बेसिन तथा मुहाने के समुद्री क्षेत्र में फैला हुआ है.
(v). बाड़ेमर बेसिन:– इस बेसिन के मंगला तेल क्षेत्र से सितंबर 2009 से उत्पादन शुरू हो गया है. यहां प्रतिदिन 56,000 बैरल तेल का उत्पादन हो रहा है.
प्रश्न 6. जल विधुत उत्पादन हेतु अनुकूल भौगोलिक एवं आर्थिक कारकों की विवेचना कीजिये?
उत्तर- परंपराओं से जल का प्रयोग शक्ति संसाधन के रूप में किया जाता रहा है. प्रारंभ में जल से ऊर्जा प्राप्त करने की प्रक्रिया पवन चक्रीयो द्वारा की जाती थी, किंतु 20वीं सदी में सीमेंट, डायनेमो तथा पोर्टलैंड सीमेंट द्वारा नदियों के बांधने की प्रक्रिया के अविष्कार में जल विधुत के विकास को तीव्रतर बना दिया. जल एक अक्षय शील एवं नवीकरणीय संसाधन है जिसमें उत्पन्न शक्ति प्रदूषण मुक्त होती है.
जल विधुत उत्पादन के लिए सदावाहिनी नदी में प्रचुर जल की राशि, नदी मार्ग में ढाल, जल का तीव्र वेग, प्राकृतिक जलप्रपात का होना अनुकूल भौतिक दशाएं हैं जो पर्वतीय एवं हिमानीकृत क्षेत्रों में पाया जाता है. इसके उत्पादन की आर्थिक दशाएं जैसे- सघन औद्योगिक विकास, वाणिज्यिक विकास एवं आबाद क्षेत्रों जैसे- बाजार, पर्याप्त पूंजी निवेश, परिवहन के साधन, प्राविधिक ज्ञान एवं ऊर्जा के अन्य स्रोतों के अभाव प्रमुख हैं.
प्रश्न 7.संक्षिप्त भगौलिक टिप्पणी लिखिये-
उत्तर-
(i). भाखड़ा-नंगल परियोजना:-
सतलज नदी पर हिमालय क्षेत्र में विश्व के सर्वोच्च बांधों में एक भाखडा बांध की ऊँचाई 225 मीटर है। यह भारत की सबसे बड़ी परियोजना है, जहाँ चार शक्ति-गृह बनाये ये हैं। एक भाखड़ा में, दो गंगूवाल में और एक कोटला में स्थापित होकर 7 लाख किलोवाट विद्युत उत्पादन कर पंजाब, हरियाण, दिल्ली, उत्तराखण्ड, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान तथा जम्मू कश्मीर राज्यों के कृषि एवं उद्योगों में क्रांतिकारी परिवर्तन ला दिया है.
(ii). दामोदरघाटी परियोजना:-
यह परियोजना 1300 मेगावाट जल विधुत उत्पन्न करने में सहायक है। इसका लाभ बिहार, झारखण्ड एवं पश्चिम बंगाल को प्राप्त है। इस परियोजना के निगम द्वारा ताप विद्युत का भी उत्पादन किया जाता है.
(iii). कोशी परियोजना :-
उत्तर बिहार का अभिशाप कोशी नदी पर हनुमान नगर (नेपाल) में बाँध बनाकर 20000 किलोवाट बिजली उत्पादन किया जा रहा है जिसकी आधी बिजली नेपाल को तथा शेष बिहार को प्राप्त होती है।
(iv). रिहन्द परियोजना :-
इस योजना के अन्तर्गत 30 लाख किलोवाट विधुत उत्पन्न करने की क्षमता है। यहाँ के बिजली का उपयोग रेणुकूट के अल्यूमिनियम उद्योग, चुर्क के सीमेंट उद्योग, मध्य भारत के रेल मार्गों को विधुतीकरण तथा हजारों नलकूपों के लिए किये जाते हैं.
(v).हीराकुंड परियोजना:-
इसके अन्तर्गत 2.7 लाख किलोवाट बिजली उत्पादन किया जाता है। उड़ीसा एवं आस-पास के क्षेत्रों के कृषि एवं उद्योग मेंइसका उपयोग किया जाता है।
(vi). चंबल घाटी परियोजना:-
चंबल नदी पर तीन शक्ति गृहों की स्थापना कर 2 लाख मेगावाट बिजली उत्पादन किया जा रहा है। इससे राजस्थान एवं मध्य प्रदेश को लाभ मिलता है।
(vii). तुंगभद्रा परियोजना:-
यह भारत की सबसे बड़ी परियोजना है जो कर्नाटक एवं आन्ध्र प्रदेश के सहयोग से तैयार हुआ है। इसकी बिजली उत्पादन क्षमता 1 लाख किलोवाट है जो सिंचाई के साथ-साथ सैकड़ों छोटे-बड़े उद्योगों को बिजली आपूर्ति करता है।
(viii). शारवती नदी परियोजना :-
कर्नाटक में पश्चिम घाट की शारवती नदी पर जोग प्रपात ‘के पास 2160 मीटर लम्बा एवं 62 मीटर ऊँचा बाँध बनाकर बिजली उत्पन्न किया जाता है। इसकी विधुत उत्पादन क्षमता बढ़ाकर 13 लाख किलोवाट करने की योजना है। इससे लाभान्वित राज्य कर्नाटक, केरल, आन्ध्रप्रदेश, तमिलनाडु और महाराष्ट्र हैं।
प्रश्न 8.भारत के किन्ही चार परमाणु विधुत गृह का उल्लेख कीजिये तथा उनकी विशेषताओं को स्पष्ट कीजिये?
उत्तर– भारत के चार प्रमुख विधुत गृह निम्न है:-
- पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बुलंदशहर के निकट नरोरा परमाणु विधुत गृह
- राजस्थान में कोटा के निकट रावतभाटा परमाणु विधुत गृह
- महाराष्ट्र में मुंबई से लगभग 100 किलोमीटर की दूरी पर तारापुर परमाणु विधुत गृह
- तमिलनाडु में चेन्नई के निकट कलपक्कम परमाणु विधुत गृह
विशेषताएं:-
- इनमें विधुत उत्पन्न किया जाता है.
- यह प्रदूषण मुक्त परमाणु गृह है
- उर्जा के मामले में हमारा देश जल्द आत्मनिर्भर बनेगा
प्रश्न 9. शक्ति ( ऊर्जा) संसाधनों के संरक्षण हेतु कौन-कौन कदम उठाये जा सकते हैं? आप उसमें कैसे मदद पहुंचा सकते हैं?
उत्तर– आर्थिक विकास के लिए ऊर्जा एक आधारभूत आवश्यकता है. अतः ऊर्जा के विकास हेतु सतत पोषणीय मार्ग विकसित करने की आवश्यकता है. ऊर्जा संरक्षण की प्रोन्नति और नवीकरणीय ऊर्जा संसाधनों का बढ़ता प्रयोग सतत पोषणीय ऊर्जा के दो आधार हैं.
वर्तमान में भारत विश्व के अल्पमत ऊर्जा भोगी देश के रूप में गिना जाता है. एक जागरूक नागरिक के रूप में संरक्षण के लिए निम्नलिखित सुझाव अपनाकर संरक्षण में मदद पहुंचा सकते हैं.
- हमें सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था का अधिका से अधिक तथा निजी वाहनों का कम से कम उपयोग करना चाहिए.
- आवश्यकता न होने पर बिजली बंद कर देना चाहिए
- ऊर्जा के बचाने वाले उपकरण का प्रयोग करना चाहिए
- ऊर्जा उपकरणों के नियमित जांच करनी चाहिए
- गैर परंपरागत स्रोतों के उपयोग पर अधिक बल प्रदान करना चाहिए.
पिछला अध्याय- 10th class Geography
part-1 अध्याय-1 भारत : संसाधन एवं उपयोग खण्ड (क) objective solution Notes
part-2 पाठ-1 भारत : संसाधन एवं उपयोग खण्ड (क) objective solution Notes
अध्याय 1 भारत : संसाधन एवं उपयोग खण्ड (क) प्राकृतिक संसाधन solution Notes
10th class Geography(भूगोल) chapter 1 भारत :संसाधन एवं उपयोग | खण्ड(ख) जल संसाधन Notes
अध्याय -1 भारत : संसाधन एवं उपयोग | खण्ड(ग) वन एवं वन्य प्राणी संसाधन objective solution Notes
भारत : संसाधन एवं उपयोग खण्ड (ग) वन एवं वन्य प्राणी संसाधन subjective solution Notes
NCERT 10th class Geography Chapter 1 भारत : संसाधन एवं उपयोग खण्ड (घ) खनिज संसाधन
इसमें हमने जाना बिहार बोर्ड कक्षा 10 पाठ-1 भारत : संसाधन एवं उपयोग खण्ड (ड०) शक्ति (उर्जा) संसाधन Notes pdf और इसमें हम जानेगे objective और subjective हल के बारे में, शक्ति उर्जा संसाधन ऑब्जेक्टिव, शक्ति उर्जा संसाधन सब्जेक्टिव, शक्ति उर्जा संसाधन प्रश्नोत्तरी, BSEB class 10th geography chapter 1 शक्ति उर्जा संसाधन solution notes,shakti urja sansadhan
1 thought on “NCERT 10th class Geography Chapter 1 भारत : संसाधन एवं उपयोग खण्ड (ड०) शक्ति (उर्जा) संसाधन Notes pdf”