आज हम इस पोस्ट में पृथ्वी की आन्तरिक संरचना क्या है | internal structure of the earth in HIndi के बारे में details में जानेंगे और विस्तार से समझेंगे। यह जानकारी Lucent Book से लिया गया है।
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पृथ्वी की आन्तरिक संरचना क्या है?

पृथ्वी की आन्तरिक संरचना के सम्बन्ध में वैज्ञानिकों में मतभेद है। भू-गर्भ में पायी जाने वाली परतों की मोटाई, घनत्व, तापमान, भार एवं वहाँ पाये जाने वाले पदार्थ की प्रकृति पर अभी पूर्ण सहमति नहीं हो पायी है। फिर भी तापमान, दबाव, घनत्व, उल्काओं एवं भूकम्पीय तरंगों पर आधारित प्रमाणों को एकत्रित करके पृथ्वी की आन्तरिक संरचना के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त करने के प्रयास किये गये हैं। पृथ्वी के अन्दर के हिस्से को तीन भागों में बाँटा गया है-
- भू-पर्पटी (Crust)
- आवरण (Mantle)
- केन्द्रीय भाग (Core)
भू-पर्पटी (Crust)क्या है?
पृथ्वी के ऊपरी भाग को भू-पर्पटी कहते हैं। यह अन्दर की तरफ 34 किमी तक का क्षेत्र है। यह मुख्यतः बेसाल्ट चट्टानों से बना है। इसके दो भाग हैं-
- सियाल (SiAI)
- सीमा (SiMa)
सियाल क्षेत्र में सिलिकन एवं एलुमिना तथा सीमा क्षेत्र में सिलिकन एवं मैग्नेशियम की बहुलता होती है। कर्स्ट भाग का औसत घनत्व-2.7 ग्राम/सेमी. है। यह पृथ्वी के कुल आयतन का 0.5% भाग घेरे हुए है।
भू-पटल की रचना-सामग्री क्या है?
सबसे अधिक ऑक्सीजन (46.60%), दूसरे स्थान पर सिलिकन (27.72%) और तीसरे स्थान पर एल्यूमिनियम (8.13%) है।
मेंटल (Mantle) क्या है?
2,900 किमी मोटा यह क्षेत्र मुख्यतः बेसाल्ट
पत्थरों के समूह की चट्टानों से बना है। Mantle के इस हिस्से में मैग्मा चैम्बर पाये जाते हैं। इसका औसत घनत्व 3.5 ग्राम/सेमी. से 5.5 ग्राम/सेमी. है। यह पृथ्वी के कुल आयतन का 83% भाग घेरे हुए है।
कोनराड असंबद्धता क्या है?
ऊपरी क्रस्ट एवं निचले क्रस्ट के बीच केसीमा क्षेत्र को कोनराड असंबद्धता कहते हैं।
मोहविसिक-डिसकन्टीन्यूटी (Mohovicic Discontinuity):
क्रर्स्ट एवं मेंटल के बीच के सीमा-क्षेत्र को Mohovicic discontinuity कहते हैं।
रेपेटी असंबद्धता किसे कहते है?
ऊपरी मेंटल एवं निचले के बीच के सीमा क्षेत्र को रेपेटी असंबद्धता कहते हैं।
गुटेनबर्ग-विशार्ट-असंबद्धता : निचले मेंटल तथा ऊपरी क्रोड के सीमा क्षेत्र को गुटेनबर्ग-विशार्ट-असंबद्धता कहते हैं।
लेहमैन-असंबद्धता किसे कहते है?
बाह्य क्रोड तथा आन्तरिक क्रोड के सीमा क्षेत्र को लेहमैन-असंबद्धता कहते हैं।
केन्द्रीय भाग (Core)क्या है?
पृथ्वी का केन्द्रीय भाग (core) निकेल व फेरस का बना है। इसका औसत घनत्व 13 ग्राम/सेमी. है। पृथ्वी का केन्द्रीय भाग संभवतः द्रव अथवा प्लास्टिक अवस्था में है। यह पृथ्वी का कुल आयतन का 16% भाग घेरे हुए है।
>पृथ्वी का औसत घनत्व 5.5 ग्राम/सेमी. एवं औसत त्रिज्या लगभग 6370 किमी है।
>पृथ्वी के नीचे जाने पर प्रति 32 मीटर की गहराई पर तापमान 1°C बढ़ता जाता है।
>पृथ्वी के स्थलीय क्षेत्र पर सबसे नीचा क्षेत्र जॉर्डन में मृत सागर के आस-पास का क्षेत्र है। यह क्षेत्र समुद्रतल से औसतन 400 मीटर नीचा है।
>सबसे पहले पाइथागोरस ने बताया कि पृथ्वी गोल है और यह आकाश में स्वतंत्र रूप से लटकी हुई है। सर आइजक न्यूटन ने साबित किया कि पृथ्वी नारंगी के समान है।
>जेम्स जीन ने इसे नारंगी के बजाय नाशपाती के समान बतलाया।
>प्रमुख देशों के राष्ट्रीय चिन्ह
पृथ्वी की बाह्य सतह कितने भागो में बंटा गया है?
पृथ्वी की बाह्य सतह को मुख्यतः 4 भागों में बाँट सकते हैं1-
- स्थलमंडल (Lithosphere)
- जलमंडल (Hydrosphere)
- वायुमंडल (Atmosphere)
- जैवमंडल (Biosphere)
>प्रमुख राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय दिवस की पूरी सूचि Pdf
इस पोस्ट में हमने जाना पृथ्वी की आन्तरिक संरचना क्या है | internal structure of the earth in HIndi के बारे में आशा करता हूँ की आपको समझ में आया होगा इस पोस्ट से सम्बंधित कोई भी doubt हो तो आप हमे कमेंट के द्वारा बेझिझक पूछ सकते है। पृथ्वी की आंतरिक संरचना के प्रश्न उत्तर,
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