यहाँ हम जानेगे लघू उत्तरीय- Class 12 History Subjective Solution Notes | Short Question के बारे में, यहाँ हम कक्षा 12 के इतिहास के सभी लघु उत्तरीय प्रश्न को हल करेंगे यहाँ हमने इसे पुरे इतिहास किताब को आठ भागो में बंटा है इस chapter में हम Part-1 के बारे में जानेगे जो बहुत ही महत्वपूर्ण है। अगर आपने पिछला पार्ट या अगला पार्ट पढना चाहते है तो आप निचे दिए गये लिंक से पढ़ सकते है।
Class 12th History subjective Solution
12th Class All Chapter Solution Notes PDF
>NCERT Class 12 History Objective Solution Part-4 Notes PDF
अगर आप 12 class में है और आप history को अछि तरह से पढना चाहते है तो आप सही जगह आये है हमने यहाँ पुरे किताब के सभी के हल को यहाँ बताया है आप इसे ध्याय पूर्वक से पढ़ें। Class 12th History subjective,
NCERT Class 12 History Subjective Solution Part-1 Notes | 12th Short Question
कक्षा- 12 इतिहास लघू-उत्तरीय भाग-1
प्रश्न 1. सिंधु घाटी सभ्यता का नगर योजना का वर्णन करें?
उत्तर– सिंधु घाटी सभ्यता पूर्ण रूप से एक नगर सभ्यता थी। उस समय सड़क दोनों ओर घर बने होते थे। घर पक्का का बना होता था, साथ ही सड़क के किनारे पानी भरने के लिए नाले की व्यवस्था थी। अतः यह पूरे सभ्यता को देखने से पता चलता है, कि सिंधु घाटी की सभ्यता एक नगर सभ्यता थी।
प्रश्न 2. सिंधु घाटी सभ्यता को हड़प्पा सभ्यता क्यों कहते हैं?
उत्तर– सिंधु घाटी सभ्यता के प्रथम खुदाई हड़प्पा नामक जगह पर हुई थी। इसलिए इस सभ्यता को हड़प्पा सभ्यता भी कहते हैं। हड़प्पा सभ्यता की खोज दयाराम साहनी ने 1921 में की थी। हड़प्पा सभ्यता की खुदाई के बाद ही अन्य जगहों पर इसकी खुदाई की गई। जैसे:- मोहनजोदारो, लोथल, कालीबंगा आदि।
प्रश्न 3. उत्खनन क्या है?
उत्तर– इतिहास के पुरातत्व विज्ञान में उत्खनन का सर्वाधिक उपयोग होता है। पुराने जमाने के बारे में जानने के लिए हम लोग जो जमीन के अंदर की खुदाई करते हैं और जो सामान मिलता है तथा कुछ सामान का तिथि तथा साम्राज्य का पता लगाते हैं उसी को उत्खनन कहते हैं।
प्रश्न 4. जोदड़ो के अन्नागार के विषय में लिखें?
उत्तर– सिंधु घाटी सभ्यता में जगह जगह पर अनाज रखने के लिए बड़ा-बड़ा अन्नागार होते थे यह अन्ना गार 250 फुट लंबा होता था तथा 50 गुना 20 वर्ग फुट चौड़ा होता था।उस समय अन्नागार में अनाज का भंडारण होता था।
प्रश्न 5. सिंधु घाटी सभ्यता का विकास एवं विस्तार बताएं?
उत्तर– सिंधु घाटी सभ्यता का विकास किया विस्तार यही है की यह पाकिस्तान और अफगानिस्तान तक भी फैला हुआ था। भारत के राजस्थान, गुजरात, हरियाणा, पंजाब तथा उत्तर प्रदेश के पश्चिम भाग तक फैला हुआ था। साथ ही यह पाकिस्तान के उत्तर पूर्वी भाग तक यह सभ्यता फैला हुआ था।
प्रश्न 6. हड़प्पा लिपि के बारे में लिखें?
उत्तर– हड़प्पा के लोग संकेत में अपने बातों को रखते थे, उनकी लिपि किलाकार लिपि होती थी। हड़प्पा की लिपि आज तक नहीं पढ़ी जा सकती है। वह लोग चिन्ह बना कर अपनी बातों को दूसरे के सामने रखते थे जो चीन दाई से बाई ओर लिखी जाती थी। उस समय लगभग 400 चिन्ह होते थे।
प्रश्न 7.सिंधु सभ्यता के जल निकास का प्रणाली का वर्णन करें?
उत्तर– सिंधु सभ्यता के लोग सुव्यवस्थित एवं वैज्ञानिक तरीके से नाली को बनाते थे। नाली एक तथा सूरखी को मिलाकर पक्का का बना होता था। नाली को ढक कर रखा जाता था, नाली के सफाई के लिए विशेष ध्यान दिया जाता था। उस समय है नालियों में कूड़ा कचरा फेंकने पर प्रतिबंध लगा हुआ था।
प्रश्न 8. हड़प्पा सभ्यता के लोग के सिंचाई के साधन का वर्णन करें?
उत्तर– हड़प्पा सभ्यता के लोगों को सिंचाई के मुख्य साधन नहर, तलाब, कुएँ तथा वर्षा के पानी होते थे।अगर बारिश नहीं होती थी, तो लोगों के फसल नहीं सकते थे। वरन लोग कुएं तालाब तथा नहर से अपने खेतों में सिंचाई कर लेते थे।
प्रश्न 9. मोहनजोदारो के विशाल स्नानागार का वर्णन करें?
उत्तर– आकार 180 गुने 180 वर्ग फुट का बना होता था। उषा स्नानागार के चारों ओर बरामदे होते थे, आ स्नानागार में पानी भरने के लिए बगल में एक कुए होता था। स्नान के बाद गंदे पानी निकल जाते थे। कहीं-कहीं पर सार्वजनिक पब्लिक स्नानागार भी होते थे।
प्रश्न 10. सिंधु घाटी सभ्यता (हड़प्पा सभ्यता) के पतन का वर्णन बताएं?
उत्तर– सिंधु घाटी सभ्यता के पतन के कारण को लेकर इतिहासकार में मतभेद है। कुछ इतिहासकारों का कहना है, कि हड़प्पा सभ्यता का पतन के बाद के कारण हुआ। कुछ इतिहासकार कहते हैं, की इस सभ्यता का पतन भूकंप के कारण हुआ। कुछ लोग सुखा परने के कारण मानते हैं तोकुछ लोग अग्निकांड को कुछ विद्वान तो इसका कारण महामारी या मौसम परिवर्तन को माना मानते हैं। लेकिन सही क्या है इस विषय पर कोई इतिहासकार नहीं पहुंचा है।
प्रश्न 11. इतिहास लिखने में अभिलेखों का महत्व बताएं?
उत्तर– इतिहास लिखने में अभिलेखों का महत्वपूर्ण स्थान होता था, क्योंकि पुराने जमाने के राजा महाराजा अपने कार्यकाल में घटित सभी घटनाओं की महत्वपूर्ण जानकारियां को कही एक जगह पर लिखवा देते थे जिसको अभिलेख कहते हैं। अभिलेख के माध्यम से इतिहासकारों के इतिहास लिखने में काफी मदद मिलती थी।
प्रश्न 12. अभिलेख किसे कहते हैं? या अशोक के अभिलेखो?
उत्तर– इतिहास लिखने में अभिलेखों का महत्वपूर्ण स्थान होता था, क्योंकि पुराने जमाने के राजा महाराजा अपने कार्यकाल में घटित सभी घटनाओं की महत्वपूर्ण जानकारियां को कही एक जगह पर लिखवा देते थे जिसको अभिलेख कहते हैं। अभिलेख के माध्यम से इतिहासकारों के इतिहास लिखने में काफी मदद मिलती थी।
प्रश्न 13. मौर्य काल के इतिहास के चार अभिलेखों या प्रमुख स्रोतों का वर्णन करें?
उत्तर– मौर्य काल के इतिहास के चार स्रोत निम्नलिखित हैं:-
- साहित्यिक स्रोत:- इसमें कौटिल्य शास्त्र का अर्थशास्त्र, कालिदास का अभिज्ञान, शकुंतलम विशाखदत्त का मृदा रक्षक में आदि।
- पुरातात्विक स्रोत:- इस स्रोत में अशोक के अभिलेख मूर्तियां तथा सिक्के मिले।
- विदेशी यात्रा से स्रोत:- उस समय जो चीन के यात्रियों को व्यांग सांग और फाहियान जो भारत आए उससे भी हमें मौर्य वंश की जानकारी मिलती है।
- खुदाई करने के बाद जमीन के अंदर से जो सामान मिले हैं उनसे भी मौर्य काल के बारे में जानकारी मिलती है।
प्रश्न 14. अशोक पर कलिंग युद्ध का प्रभाव बताएं?
उत्तर– अशोक पर कलिंग युद्ध का निम्नलिखित प्रभाव पड़ा:-
- कलिंग युद्ध में मारे गए हजारों लोगों को देखकर अशोक का दिल पिघल गया और भविष्य में कोई लड़ाई ना लड़ने की कसमें खाई।
- कलिंग युद्ध के बाद ही अशोक बौद्ध धर्म को अपना लिया।
- अशोक अब अहिंसा के पुजारी बन गए तथा बौद्ध धर्म का प्रचार प्रसार करने लगे।
प्रश्न 15. गंधार कला की विशेषताएं बताएं ?
उत्तर– गंधार कला की निम्नलिखित विशेषताएं हैं:-
- गंधार कला उत्तर भारत से लेकर दक्षिण भारत तक फैला हुआ था।
- गंधार कला के तहत भारत में कई नौकरों का विकास हुआ जैसे:- बनारस, पटना आदि।
- गंधार कला को मूर्ति बनाने तथा भवन बनाने में देखा जा सकता है।
प्रश्न 16. मौर्यकालीन कला एवं स्थापत्य कला का वर्णन करें?
उत्तर– मौर्यकालीन कला को दो भागों में बांटा गया है। एक राजकीय कला और दूसरी लोक कला। राजकीय कला के अंतर्गत नगर निर्माण, स्तूप, गुफाएं तथा स्तंभ आते है, जबकि लोक कला के अंतर्गत पत्थर की मूर्तियां, मिट्टी के बर्तन आदि आते हैं। मौर्यकालीन स्थापत्य कला का सबसे बड़ा उदाहरण सांची का स्तूप तथा सारनाथ का स्तंभ है।
Join Telegram | Join |
Join WhatsApp Group 5 | Join |
Join Facebook | Join |
Join Instagram | Join |
हमने आज bihar board class 12 history subjective solutionके बरे में जाना हम यहाँ 12th कक्षा के सभी subjective और objective solution को जानेंगे.
जाने इंग्लिश में-[Q&A] How do I study consistently for hours?
Tag- Class 12 History Subjective Solution, Bihar Board Class 12 History Subjective Solution, Bihar Board 12th class History, NCERT Class 12 history Notes, class 12 history notes, history class 12th chapter 1, class 12 history ncert solutions, class 12 history question answer in hindi, ncert solutions for class 12 history pdf download, class 12 history in hindi, history guide for class 12 pdf, class 12th History Short Question Answer
7 thoughts on “लघू उत्तरीय- Class 12 History Subjective Solution Part-1 Notes | 12th Short Question”