Class 10th Sanskrit नीतिश्लोकाः | पाठ- 7 | NCERT Class 10 Sanskrit Chapter 7 Nitishlok Solution

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Bihar Board Class 10 Sanskrit नीतिश्लोकाः Chapter 7 Solution Notes

कक्षा- 10 संस्कृत पाठ 7 नीतिश्लोकाः solution

1. ‘नीतिश्लोकाः’ पाठ के आधार पर पण्डित के लक्षण क्या है? 

Or

 ‘नीतिश्लोकाः’ पाठ के आधार पर पण्डित के कौन-कौन से गुण हैं? 

Or

 ‘नीतिश्लोकाः’ पाठ के आधार पर पंडित की परिभाषा दें।

उत्तर– जिसके कर्म को सर्दी-गर्मी, भय-आनंद और उन्नति-अवनदि बाधा नहीं डालते है, उस व्यक्ति को पंडित कहा जाता है। इतना | ही नहीं, सभी जीवों के तत्व को जानने-वाले, सभी कर्म के। योग को जानने-वाले और मनुष्यों के उन्नति के उपाय जानने-वाले व्यक्ति को पंडित कहते हैं।


2. ‘नीतिश्लोकाः’ पाठ में मूढ चेतानराधम किसे कहा गया है? 

Or

‘नीतिश्लोकाः, पाठ के आधार पर नराधम के लक्षण लिखें। 

Or

नीच मनुष्य कौन है ? पठित पाठ के आधार पर स्पष्ट करें। अथवा, मूर्ख किसे कहा गया है ? 

उत्तर– नीतिश्लोका पाठ में महात्मा विदुर ने नराधम (नीच मनुष्य) या मूर्ख के तीन लक्षण बतलाए हैं ऐसा व्यक्ति जो बिना बुलाए आता है, बिना पूछे बहुत अधिक बोलता है और वह अविश्वासी पर भी विश्वास करता है। ऐसे मनुष्य को नीच या मूर्ख कहा गया है।


3. नरक में जाने के कितने द्वार हैं ? उसका नाम लिखें। 

Or

नीतिश्लोकाः पाठ में नरक के कितने द्वार हैं ? उसका नाम लिखें। 

उत्तर– नीतिश्लोका पाठ में नरक के तीन द्वार हैं काम, क्रोध तथा लोभ जो अपने-आप को नष्ट कर देता है। इसलिए इन तीनों को त्याग देना चाहिए। 


4. उन्नति की इच्छा रखनेवाले मनुष्यों को क्या करना चाहिए। 

Or

अपनी प्रगति चाहनेवाले को क्या करना चाहिए ?

उत्तर– अपनी प्रगति चाहनेवाले को निद्रा (अधिक सोना), तंद्रा (उधना), भय, क्रोध, आलस और लम्बे समय तक काम करने की आदत को त्याग देना चाहिए। 


5. ‘नीतिश्लोकाः’ पाठ के अनुसार कौन-सा तीन वस्तु व्याज्य हैं?

उत्तर– नीतिश्लोकाः पाठ के अनुसार उन्नति की इच्छा रखने वाले मनुष्यों को काम, क्रोध और लोभ को त्याग देना चाहिए। 


6. ‘नीतिश्लोकाः’ पाठ के आधार पर कैसा बोलनेवाले व्यक्ति कठिन से मिलते हैं और कैसा व्यक्ति आसानी से मिल जाते है? 

उत्तर– नीतिश्लोकाः पाठ के आधार पर महात्मा विदुर कहते है कि इस संसार में उचित एवं अप्रिय बोलनेवाले एवं सुननेवाले व्यक्ति बहुत कठिन से मिलते है और सदा प्रिय बोलने वाले व्यक्ति आसानी से मिल जाते हैं। 


7. ‘नीतिश्लोकाः’ पाठ के आधार पर स्त्रियों की क्या विशेषताएँ है।

Or

स्त्रियों की विशेष रक्षा क्यों करनी चाहिए?

उत्तर– नीतिश्लोकाः पाठ के आधार पर स्त्रियाँ घर की लक्ष्मी होती हैं। ये पूजनीय, महाभाग्यशालिनी एवं पुण्यमयी के साथ घर को प्रकाशित करनेवाली होती है। इसलिए स्त्रियाँ विशेष रूप से रक्षा करने योग्य होती है। 


8. ‘नीतिश्लोकाः’ पाठ के आधार पर मनुष्य के षड् दोषों का हिन्दी में वर्णन करें।

Or

अपना विकास चाहने वाले को किन-किन दोषों को त्याग देना चाहिए? 

Or

 छः प्रकार के दोष कौन-कौन से हैं ? पठित पाठ के आधार पर वर्णन करें।

उत्तर– नीतिश्लोका पाठ के अनुसार अपना विकास चाहने वाले मनुष्यों को इन छ: दोषों को त्याग देना चाहिए जो दोष निद्रा, तंद्रा, भय, क्रोध, आलस एवं लम्बे समय तक काम करने की आदत है। नहीं तो चाहने से विकास नहीं हो सकता हैं। 


9. ‘नीतिश्लोकाः’ पाठ के आधार पर सुलभ और दुर्लभ कौन हैं?

उत्तर– नीतिश्लोका पाठ के आधार पर सदा प्रिय बोलने वाले व्यक्ति सुलभ हैं एवं अप्रिय तथा जीवन को सही मार्ग पर ले | जानेवाले व्यक्ति दुर्लभ है।


आज हमने जाना Class 10th Sanskrit नीतिश्लोकाः | पाठ- 7 | NCERT Class 10 Sanskrit Chapter 7 Nitishlok Solution

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