यहाँ हम जानेगे पधभाग के अध्याय 4 प्रेमघन द्वारा लिखित कविता Class 10 Hindi स्वदेशी के बारे में , यहाँ हम स्वदेशी chapter के सभी सवालों को हल करेंगे और सीखेंगे तो चलिए जानते है Bihar Board 10th Class Hindi पद्य Chapter 4 स्वदेशी, BSEB 10th हिंदी गोधूलि भाग 2 काव्य खंड
Bihar Board Class 10 Hindi स्वदेशी पधभाग Lesson 4 solution Notes pdf
प्रश्न . स्वदेशी कविता के लेखक कौन है ?
उत्तर– स्वदेशी कविता के लेखक प्रेमघन है .
प्रश्न . प्रेमघन का पूरा नाम क्या है ?
उत्तर– प्रेमघन का पूरा नाम बदरीनारायण चौधरी है .
प्रश्न . प्रेमघन का जन्म कब और कहाँ हुआ था ?
उत्तर– प्रेमघन जी भारतेन्दु युग कर महत्वपूर्ण कवि थे . उनका जन्म 1855 ई० में मिर्जापुर (उत्तर प्रदेश) में हुआ और निधन 192 ई० में हुआ था.
>>Class 10 Hindi भारतमाता काव्यखंड Chapter 5 solution Notes
>>Class 10 Hindi पध Chapter 6 जनतंत्र का जन्म Solution Notes
कविता के साथ :- Bihar Board 10th Class Hindi पद्य Chapter 4 स्वदेशी
प्रश्न 1. कविता के शीर्षक की सार्थकता स्पष्ट कीजिए .
उत्तर– किसी कविता का शीर्षक तब माना जाता है जब कविता का हर पद तथा भाव शीर्षक के इर्द-गिर्द विचरण करता है. जहाँ तक देश भक्त कवि बदरीनारायण चौधरी प्रेमघन द्वारा लिखित कविता ‘स्वदेशी’ का सवाल है तो इस कविता में कवि लोगों का विदेशी प्रेम देखकर क्षुबध है और वह अपनी सभ्यता संस्कृति तथा देशी वस्तुओ की रक्षा के लिए व्यग्र है . अतः कविता का शीर्षक शत प्रतिशत सार्थक है .
प्रश्न 2. कवि को भारत में भारतीयता क्यों नहीं दिखाई पड़ती ?
उत्तर-देश भक्त कवि बदरीनारायण जी भारतीय जन जीवन का गहराई से अध्ययन करते है तो पाते है कि लोगो की आँखों में विदेशी वस्तु तथा विदेशी संस्कृति को अपनाना ही परम लक्ष्य समझ रहा है . चारो तरफ विदेशी जीवन-शैली फैले देखकर ही कवि को भारत में भारतीयता नजर नहीं आता है .
प्रश्न 3. कवि समाज के किस वर्ग की आलोचना करता है और क्यों ?
उत्तर– देश भक्त कवि बदरीनारायण जी पाते है कि भारतीय समाज में एक ऐसा सम्पन्न वर्ग है जो अंग्रेजी शिक्षा जीवन शैली, वेश, भूसा आदि पर ध्यान देता है जिसका अनुकरण दुसरे वर्ग के लोग भी करते है समाज के इसी वर्ग की आलोचना कवि करता है .
प्रश्न 4. कवि नगर, बाज़ार और अर्थव्यवस्था पर क्या टिप्पणी करता है ?
उत्तर– देश भक्त बदरीनारायण जी व्यंगमात्मक रूप से नगर, बाज़ार और अर्थव्यवस्था पर टिप्पणी करते हुए कहा है कि नगर देखने में विदेश लगता है चारो तरफ विदेशी जीवन दिखाई दे रही है . बाज़ार देशी वस्तुओ के बदले विदेशी वस्तुओ से भरा है . ऐसा लगता है कि भारतीय अर्थव्यवस्था विदेशी वस्तुओ के क्रम विक्रम पर टिकी है .
प्रश्न 5. नेताओ के बारे में कवि की क्या राय है ?
उत्तर– देश भक्त बदरीनारायण नेताओ पर कटाक्ष करते हुए कहते है कि उन्हें धोती समहालने की दावा नहीं आती और देश समाहलने की दावा करते है . ये सभ्यता-संस्कृति को बनाये रखना रीति भर भी नहीं जानते है परंतु देश संभालने के मुद्दे पर सबसे आगे रहते है .
प्रश्न 6. कवि ने “डफाली” किसे कहा है और क्यों ?
उत्तर– अंग्रेजो की झूठी प्रशंसा करने वाले, उनकी खुशामद करने वाले को ही देश भक्त कवि बदरीनारायण जी ने डफाली कहाँ है . जो अंग्रेजो को नौकर बनाने में भी अपनी शान समझते है .
>>Class 10 Hindi हिरोशिमा पध Chapter 7 Solution Notes
>>Class 10 Hindi पध Chapter 8 एक वृक्ष की हत्या solution Notes
प्रश्न 7. व्याख्या करें:-
(क) मनुज भारती देखि कोउ, सफल नहीं पहिचान .
उत्तर– प्रस्तुत पधांश देश भक्त बदरीनारायण जी द्वारा रचित कविता स्वदेशी से ली गई है , जिसमे कवि व्यंग्यपूर्वक और क्षोभपूर्वक कहता है कि भारतीय मनुष्यों की दाद-बाट , वेश-भूषा , रहन-सहन आदि देखकर कोई नहीं पहचान सकता कि वे भारतीय है .
(ख) अंग्रेजी रूचि, गृह, सफल, बस्तु देस विपरीत .
उत्तर– प्रस्तुत पधांश देश भक्त बदरीनारायण जी द्वारा रचित कविता स्वदेशी से ली गई है , जिसमे कवि व्यंग्यपूर्वक और क्षोभपूर्वक कहता है भारतीयो की रूचि , घर तथा सभी बस्तुए अंधेबीमय हो गई है . जो देश की सभ्यता और संस्कृति के विपरीत है .
प्रश्न 8. आपके मत से स्वदेशी की भावना किस दोहे में सबसे अधिक प्रभावशाली है ? स्पष्ट करें .
उत्तर– देश भक्त कवि बदरीनारायण जी द्वारा अचित कविता ‘स्वदेशी’ के सब दो है . स्वदेशी भावना से ओत-पोत है. परंतु हमारे विचार से सभी उत्तम दोहे में जो दोहा सर्वाधिक स्वदेशी भावना से ओत-पोत है
हिंदुस्तान नाम सुनि, अब ये सकुचि लजात |
भारतीय सब वस्तु ही, सों ये हाय घिनात ||
क्योकि यह उन भारतीयों पर करारा तमाचा पड़ता है जो भारतीय स्वयं को भारतीय कहने या सुनने में लजाते है तथा भारतीय वस्तुओ को देखकर घिनाते है . यह दोहा ऐसे लोगो के लिए रास्ट्रीय भावनाओ को बढ़ाने में कारगर हो सकता है .
इसे भी पढ़े:- (पधभाग) NCERT Hindi book solution, bihar board class 10th hindi
पाठ -1 (कव्य्खंड) राम बिनु बिरथे जगी जनमा, जो नर दुख में दुख नहिं मानै
पाठ -2 (कव्य्खंड) प्रेम अयनि श्री राधिका, करील के कुंजन ऊपर वरौ
पाठ -3 (काव्यखंड) अति सूधो सनेह को मारग है, मो अँसुवानिहिं लै बरसौ
>>दुनिया की सबसे लम्बी नदी कौन सी है?
शब्दार्थ
गति : स्वभाव
रति : लगाव
रीत : पद्धति
मनुज भारती : भारतीय मनुष्य
क्रिस्तान : क्रिशचयन, अंग्रेजी
बसन : वस्त्र
बानक : बाना, वेशभूषा
खामखयाली : कोरी कल्पना
चारहु बरन : चारों वर्णों में
डफाली : डफ बजानेवाला, बाजा बजानेवाला
आज हमने जाना प्रेमघन द्वारा लिखित कविता Class 10 Hindi स्वदेशी के बारे में जहाँ हमने सभी प्रश्नों के हल को जाना और सिखा अगर आपको इस अध्याय से कोई भी doubt हो तो आप हमे बेझिझक कमेंट के द्वारा पूछ सकते है . Bihar Board 10th Class Hindi पद्य Chapter 4 स्वदेशी, NCERT Hindi book solution, NCERT Hindi book solution, BSEB 10th हिंदी गोधूलि भाग 2 काव्य खंड, class 10th hindi padhbhag, class 10th hindi padhbhag, class 10th hindi padhbhag
8 thoughts on “Class 10 Hindi कव्यखंड Chapter 4 स्वदेशी (प्रेमघन) NCERT Solution Notes”