सुमित्रानंदन पंत द्वारा लिखित कविता भारतमाता के बारे में जहाँ हम जानेगे की भारतमाता का लेखक कौन है ?, Class 10 Hindi भारतमाता, सुमित्रानंदन पंत का जन्म कब और कहाँ हुआ था . आदि हम इसमें सभी सवालों का हल को जानेगे . तो चलिए जानते है. bihar board class 10th hindi, NCERT Hindi book solution, class 10th padhbhag solution, class 10th padhbhag solution
Bihar Board Class 10 Hindi गधभाग Chapter 5 भारतमाता solution Notes pdf
प्रश्न. ‘भारतमाता’ कविता के लेखक कौन है ?
उत्तर– भारतमाता कविता के लेखक सुमित्रानंदन पंत हसी .
प्रश्न . सुमित्रानंदन पंत का जन्म कब और कहाँ हुआ था ?
उत्तर- सुमित्रानंदन पंत का जन्म सन 1900 में अलमोड़ा जिले के रमणीय स्थल कौसानी (उत्तरांचल) में हुआ था .
>>Class 10 Hindi पध Chapter 6 जनतंत्र का जन्म Solution Notes
>>Class 10 Hindi हिरोशिमा पध Chapter 7 Solution Notes
कविता के साथ:-
प्रश्न 1. कविता के प्रथम अनुच्छेद में कवि भारतमाता का कैसा चित्र प्रस्तुत करता है ?
उत्तर– प्रस्तुत सुकुमार कवि सुमित्रानंदन पंत जी ने स्वरचित कविता ‘भारतमाता’ के प्रथम अनुच्छेद में भारत माता का सजीव चित्रण बड़ा ही मनोहारी और यथार्त के रूप से करते हुए कहा है की भारत माता गाँवों में निवास करती है . किसान द्वारा बोये फसल खेतो में लहला रहे है परन्तु उनकी दशा ठीक नहीं है . उनके वस्त्र मैले-कुचले है . उनके आंसू जल गंगा, यमुना के रूप में बह रहे है . यह देखकर मिट्टी की प्रतिमा बनी भारत माता बहुत उदास है.
प्रश्न 2. भारतमाता अपने ही घर में प्रवासिनी क्यों बनी हुई है ?
उत्तर– पंत जी भारत का स्वतंत्र वर्णन करते है हुए कहते है की कभी सुखो की छाव में चैन की नींद सोने वाली भारतमाता के चेहरे पर दीनता झलक रहा है . नींद गायब है और चेहरा झुका हुआ है . ओधरो पर मौन रुदन की स्पष्ट छाव है . लम्बे समय से अंधकारमय जीवन जीते हुए मन उखड चूका है . इसी कारण भारतमाता अपने ही घर में प्रवासिनी बन गई है.
प्रश्न 3. कविता में कवि भारतवासियों का कैसा चित्र खिचता है ?
उत्तर– प्रकृति के सुकुमार पंत जी स्व रचित कविता ‘भारतमाता’ में भारत वासियों का जीवन तस्वीर प्रस्तुत करते हुए कहा है की भारत माता के तीस करोड़ संतानों के टन पर वस्त्र नहीं है . उनकी भूख नहीं मिटती है . वे शोषित है . अपने लिए कोई उपाय करने में असमर्थ है . वे मुर्ख, असभ्य, अशिक्षित और गरीब है . अपनी संतानों की स्थिति को देखकर भारत माता का मस्तक झुका हुआ है .
प्रश्न 4. भारतमाता का हास भी रहूग्रसित क्यों दिखाई पड़ता है ?
उत्तर– सुकुमार पंत जी तत्कालीन भारत की तस्वीर प्रस्तुत करते हुए ठीक ही कहते है कि कभी शरद की चन्द्रमा की तरह हंसने वाली भारत माता की हँसी को राहु ने ग्रस लिया है क्योकि कभी सोने की चिड़िया कहलाने वाली भारत माता पैरो के निचे कुंठित है . धरती की तरह सहने वाला ही कुंठित हो गया है . होठो की रुदन भी गायब है .
प्रश्न 5. कवि भारतमाता को गीता प्रकाशिनी मानकर भी ज्ञानमूढ क्यों कहता है ?
उत्तर-भारतमाता की भौहे पर चिंता है . क्षितिज अंधकारमय हो गया है . आँखे झुकी हुयी है . आशाओ के आकाश भी कुहरे से ढका हुआ है . कभी भारतमाता के चेहरे की तुलना चाँद से की जाती थी इसी स्थिति को देखकर गीता का प्रकाश फ़ैलाने वाली भारतमाता को पंत जी ने ज्ञानमूढ़ कहते है .
प्रश्न 6. कवि की दृष्टि में आज भारतमाता का तप-संयम क्यों सफल है ?
उत्तर– वर्षो से गुलामी की तपिश झेलती भारतमाता की तपस्या आज इसलिए सफल हो रही है कि भारतमाता का एक लाडला गाँधी अहिंसा के अमृततुल्य दूध सबको पिलाकर उनके मन से भय और भरम को दूर कर दिया है इतना ही नहीं बल्कि माता अब जगजननी बनकर जीवन का विकास करेंगी .
>>Class 10 Hindi पध Chapter 8 एक वृक्ष की हत्या solution Notes
>>Class 10 Hindi पध Chapter 9 हमारी नींद Solution Notes
प्रश्न 7. व्याख्या करें :-
(क) स्वर्ग शस्य पर-पद-तल लुंठित, धरती -सा सहिष्णु मन कुंठित
उत्तर– प्रस्तुत पधांश प्रकृति के सुकुमार कवि सुमित्रा नंदन पंत द्वारा रचित कविता ‘भारतमाता’ से ली गयी है . जिसमे कवि ने कहा है की भारतमाता की स्थिति ऐसी हो गयी है कि उसके खेतो में साँवली धुल भरी है और फसल पैरो के नीचे रौंदे हुए है . धरती की तरह सहनशील माता का मन भी रूद्र हो गया है .
(ख) चिंतित भृकुटी क्षितिज तिमिरांकित, नमित नयन भय वाष्पाच्छादित
उत्तर– प्रस्तुत पधांश प्रकृति के सुकुमार कवि सुमित्रा नंदन पंत द्वारा रचित कविता ‘भारतमाता’ से ली गयी है . जिसमे कवि भारत माता की तस्वीर प्रस्तुत करते हुए कहता है कि माता की भौह पर चिंता है . क्षितिज अंधकारमय प्रतीत हो रहे है . आँखे बेबसी से झुकी हुयी है . आशाओं के आकाश भी कुहरे से ढँक गये है .
इसे भी पढ़े:- (पधभाग) NCERT Hindi book solution, bihar board class 10th hindi
पाठ -1 (पधभाग) राम बिनु बिरथे जगी जनमा, जो नर दुख में दुख नहिं मानै
पाठ -2 (पधभाग) प्रेम अयनि श्री राधिका, करील के कुंजन ऊपर वरौ
पाठ -3 (पधभाग) अति सूधो सनेह को मारग है, मो अँसुवानिहिं लै बरसौ
पाठ -4 (पधभाग) स्वदेशी (प्रेमघन)
>दुनिया की सबसे लम्बी नदी कौन सी है?
शब्दार्थ
श्यामल : साँवला
दैन्य : दीनता, अभाव, गरीबी
जडित : स्थिर चेतनाहीन
नत : झुका हुआ
चितवन : दृष्टि
चिर : पुराना, स्थायी
नीरव : निःशब्द, ध्वनिहीन
तम : अंधकार
विषण्ण : (विषाद से निर्मित विशेषण) विषादमय
प्रवासिनी : विदेशिनी, बेगानी
क्षुधित : भूखा
निरस्त्रजन : निहत्थे लोग
शस्य : फसल
तरु-तल : वृक्ष के नीचे
पर-पद-तल : दूसरों के पाँवों के नीचे
लुंठित :रौंदा जाता हुआ
सहिष्णु : सहनशील
कुंठित : रुका हुआ, रुद्ध, गतिहीन
क्रंदन : रुदन, रोना
अधर : होठ
स्मित : मुस्कान
शरदेन्दु : शरद ऋतु का चन्द्रमा
भृकुटि : भौंह
तिमिरांकित : अंधकार से घिरा हुआ
नमित : झुका हुआ
वाष्पाच्छादित : भाप से ढंका हुआ
आनन-श्री : मुख की शोभा
शशि-उपमित : चंद्रमा से उपमा दी जानेवाली
स्तन्य : स्तन का दूध
आज हमने जाना class 10 hindi पधभाग अध्याय 5 का सुमित्रानंदन पंत द्वारा लिखित कविता भारतमाता के बारे में , आशा करता हूँ की आपके लिए ये नोट्स महत्वपूर्ण होगा इसे आपने दोस्तों में जरुर share करे ताकि वे भी नोट्स बना सकते और इस पाठ से संभंधित कोई भी doubt हो तो आप हमे बेझिझक कमेंट के द्वारा पूछ सकते है.
और हाँ आप सभी का बहुत-बहुत धन्यबाद इतना प्यार देने के लिए . bihar board class 10th hindi, NCERT Hindi book solution, class 10th padhbhag solution
4 thoughts on “भारतमाता काव्यखंड Bihar Board Class 10 Hindi Chapter 5 solution Notes”