Bihar Board class 10 Geography Chapter 3 निर्माण उधोग subjective solution Notes pdf

इसमें हम जानेगे बिहार बोर्ड कक्षा 10 भूगोल (क) पाठ 3 निर्माण उधोग subjective solution Notes के बारे में, हमने पिछले अध्याय में पढ़ा था पाठ 3 निर्माण उधोग का पूरा objective के बारे में जहाँ हमने objective के साथ-साथ वस्तुनिष्ट प्रश्नों को भी हल किया था , NCERT book solution

NCERT 10th class Geography chapter 3 निर्माण उधोग Objective solution Notes pdf

NCERT class 10 geography(भूगोल) खण्ड (क) अध्याय 3 निर्माण उधोग subjective solution Notes pdf

लघु उत्तरीय प्रश्न:-NCERT book solution

प्रश्न 1. विनिर्माण से आप क्या समझते हैं?

उत्तर- कच्चे पदार्थ को मूल्यवान उत्पाद में परिवर्तित कर अधिक मात्रा में वस्तुओं के उत्पादन करने को विनिर्माण कहा जाता है

जैसे- कागज लकड़ी से, चीनी गन्ने से यहां लकड़ी, गन्ना का विनिर्माण कागज. चीनी है.

प्रश्न 2. सार्वजनिक और निजी उद्योग में अंतर स्पष्ट करें?

उत्तर–  सार्वजनिक उद्योग:- इसमें भारी तथा आधारभूत उद्योग सम्मिलित है. इनका संचालन सरकार स्वयं करती है. दुर्गापुर भिलाई राउरकेला के लोहा इस्पात केंद्र सार्वजनिक उद्योग के उदाहरण हैं.

निजी उद्योग:- इसमें व्यक्ति या समूह कम पूंजी लागत से छोटे उद्योग को संचालित करता है लघु उद्योग, कुटीर उद्योग इसके श्रेणी में आते हैं.

प्रश्न 3. उद्योगों के स्थानीयकरण के तीन कारकों को लिखिए.

उत्तर– उद्योगों के स्थानीयकरण के तीन कारक निम्न है:-

  1.  कच्चा माल
  2.  पूंजी की व्यवस्था
  3.  बृहत बाजार

प्रश्न 4. कृषि आधारित उद्योग और खनिज आधारित उद्योग के अंतर को स्पष्ट करें.

उत्तर

कृषि आधारित उद्योग:-

  •  इन उद्योगों को कच्चा माल कृषि से मिलता है.
  • ये उद्योग ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर प्रदान करते हैं.
  •  यह अधिकार उपभोग वस्तुओं का ही उत्पादन करते हैं.
  •  उदाहरण- चीनी, पटसन, वस्त्र तथा वनस्पति तेल आदि.

 खनिज आधारित उद्योग:-

  •  उद्योगों का कच्चा माल खनिज से मिलता है.
  •  यह उद्योग ग्रामीण तथा शहरों में रोजगार के अवसर प्रदान करते हैं.
  •  ये उपभोग तथा मूल्य पर आधारित दोनों प्रकार के वस्तुओं का उत्पादन करते हैं.
  •  उदाहरण; लोहा, इस्पात, इंजीनियरिंग उद्योग, पोत निर्माण, मशीनरी उपकरण आदि.

प्रश्न 5. स्वामित्व के आधार पर उद्योगों को उदाहरण सहित वर्गीकृत कीजिए.

उत्तर– स्वामित्व के आधार पर उद्योगों को 4 वर्गों में बांटा जा सकता है;

 1. सार्वजनिक उद्योग :-

यह उद्योग सरकारी एजेंसियों द्वारा प्रबंधित था सरकार द्वारा संचालित होते हैं. BHEL तथा SAIL इसी प्रकार के उद्योग हैं.

2.  निजी उद्योग:-

 निजी उद्योग का स्वामित्व किसी एक व्यक्ति अथवा समूह के हाथ में होता है. टिस्को तथा बजाज ऑटो लिमिटेड निजी उद्योग के उदाहरण है.

3.  संयुक्त उद्योग:-

 वे उद्योग जो राज्य सरकार तथा निजी क्षेत्र के संयुक्त प्रयास से चल आ जाते हैं. आयल इंडिया लिमिटेड एक ऐसी ही उद्योग है.

4. सहकारी उद्योग:-

 वे उद्योग जिनके स्वामित्व कच्चे माल के पूर्ति करने वाले श्रमिकों यह दोनों के हाथों में होता है, सहकारी उद्योग कहलाते हैं. महाराष्ट्र के चीनी मिले तथा केरल के नारियल पर आधारित उद्योग इसके उदाहरण हैं.

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 दीर्घ उत्तरीय प्रश्न:-NCERT book solution

प्रश्न 1. उदारीकरण, निजीकारण और वैश्वीकरण से आप क्या समझते हैं? वैश्वीकरण का भारतीय अर्थव्यवस्था पर क्या प्रभाव पड़ा है? इसकी व्याख्या करें?

 उत्तर– 1991 में भारत सरकार ने उदारीकरण, निजीकरण एवं वैश्वीकरण की नीति अपनाई.

1.  उदारीकरण:-

 उदारीकरण का अर्थ अर्थव्यवस्था के नियंत्रण वाले प्रावधानों का शिथिलीकरण करना यह एक प्रकार से अनियंत्रित की नीति है. इसका शाब्दिक अर्थ है और तो व्यवस्था को उदार बनाना.

2.  निजीकरण:-

 निजीकरण का तात्पर्य अर्थव्यवस्था में बाजार की शक्तियों को मजबूत करते हुए सरकारी हस्तक्षेप एवं नियंत्रण की जगह निजी क्षेत्र को महत्व प्रदान करना. निजीकरण से पूंजी उत्पादन, विकास एवं विकास की संभावनाएं बढ़ जाती है.

3.  वैश्वीकरण:-

 देश की अर्थव्यवस्था को अंतरराष्ट्रीय अर्थव्यवस्था के साथ जोड़ना वैश्वीकरण कहलाता है. इसमें विदेश पूंजी का प्रवाह बढ़ता है.

 भारतीय अर्थव्यवस्था पर वैश्वीकरण का प्रभाव:-

  1.  विदेशी पूंजी निवेश एवं पूंजी का प्रवाह बढा है.
  2.  उत्पादकता में वृद्धि आयी
  3.  रोजगार के अवसरों में बढ़ोतरी हुई है
  4.  ज्ञान, तकनीक, संचार क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन हुए हैं.

प्रश्न 2. भारत में सूचना एवं प्रौद्योगिकी उद्योग का विवरण दीजिए |

उत्तर– इस उद्योग को ज्ञान आधारित उद्योग भी कहते हैं | क्योंकि इसमें उत्पादन के लिए विशिष्ट ज्ञान, उच्च प्रौद्योगिकी और निरंतर शोध और अनुसंधान की आवश्यकता पड़ती है. यह उद्योग मुख्यतः सूचना प्रौद्योगिकी से संबंधित है.  इसने देश के आर्थिक दावे तथा लोगों की जीवन शैली में क्रांति ला दिया है.

इस उद्योग के अंतर्गत पेजर, ट्रांजिस्टर, टेलीविजन, टेलीफोन, रडार, सेल्यूलर, टेलीकॉम, जैव प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष उपकरण, कंप्यूटर तथा प्रक्रिया सामग्री( सॉफ्टवेयर) इत्यादि हैं. इसके प्रमुख उत्पादक केंद्र  बैंगलोर, मुंबई, दिल्ली, हैदराबाद, पुणे, चेन्नई, कोलकाता, कानपुर तथा लखनऊ है.

इसके अतिरिक्त 20 सॉफ्टवेयर प्रौद्योगिकी पार्क है जो सॉफ्टवेयर विशेषज्ञ की एकल विंडो सेवा तथा उच्च आंकड़े संचार सुविधा प्रदान करते हैं. इस उद्योगों का प्रमुख महत्व रोजगार उपलब्ध कराना है. इसमें रोजगार प्राप्त व्यक्तियों में 30% महिलाएं हैं. पिछले 2  या 3 वर्षों से यह उद्योग विदेशी मुद्रा प्राप्ति करने का एक महत्वपूर्ण केंद्र बन गया है.

प्रश्न 3. भारत में सूती वस्त्र उद्योग के वितरण का वर्णन करें |

उत्तर– भारत में सूती वस्त्र उद्योग के कारखाने 1854 ई०  मुंबई में कावासगी डाबर द्वारा स्थापित की गयी. यह भारत का सबसे बड़ा संगठित एवं व्यापारिक उद्योग है. अधिकांश सूती वस्त्र मिले महाराष्ट्र, गुजरात, पश्चिम बंगाल, तमिल नाडु, उत्तर प्रदेश, पंजाब में अवस्थित है.

  1.  महाराष्ट्र:- इसका सूती वस्त्र के उत्पादन में प्रथम स्थान. यहां मुंबई, पुणे, अमरावती, शोलापुर, सांगली, जलगांव, कोल्हापुर में सूती वस्त्र करखाने हैं. मुंबई को सूती वस्त्र की राजधानी कहते हैं.
  2.  गुजरात:- अहमदाबाद, सूरत, राजकोट, बड़ोदरा, पोरबंदर, भरूच प्रमुख सूती वस्त्र उद्योग केंद्र है. अहमदाबाद को पूर्व का बोस्टन कहा जाता है यहां महीन किस्म का कपड़ा बनाया जाता है.
  3.  पश्चिम बंगाल:- यहां बाजार को ध्यान में रखकर उद्योगों की स्थापना की गई है. प्रमुख केंद्र हैं:- हावड़ा, हुबली, चौबीस, परगना, मुर्शिदाबाद आदि
  4.  तमिलनाडु:- यहां सूती कपड़ों की सर्वाधिक मिले हैं. प्रमुख केंद्र कोयंबटूर, चेन्नई, मदुरै तिरुनेलवेली आदि में है. इसके अलावा उत्तर प्रदेश में कानपुर, वाराणसी, आगरा, पंजाब में- अमृतसर, लुधियाना,  बिहार में गया, पटना, डुमराव सिंगोडी आदि में भी सूती वस्त्र उद्योग केंद्र स्थापित है.

पिछला अध्याय- 10th class Geography, NCERT book solution

part-1 अध्याय-1 भारत : संसाधन एवं उपयोग खण्ड (क) objective solution Notes

part-2 पाठ-1 भारत : संसाधन एवं उपयोग खण्ड (क) objective solution Notes

अध्याय 1 भारत : संसाधन एवं उपयोग खण्ड (क) प्राकृतिक संसाधन solution Notes

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Bihar Board 10th class Geography chapter 2 कृषि Solution Notes pdf

इसमें हमने जाना बिहार बोर्ड कक्षा 10 भूगोल (क) पाठ 3 निर्माण उधोग subjective solution Notes के बारे में, अगर आपको इस पाठ से सम्बंधित कोई भी सवाल है आप हमे बेझिझक कमेंट के द्वारा पूछ सकते है . निर्माण उधोग subjective, NCERT book solution,

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